कन्हैया लाल मिश्र प्रभाकर का जीवन परिचय व साहित्य में स्थान

कन्हैया लाल मिश्र प्रभाकर का जीवन परिचय व साहित्य में स्थान प्रस्तवाना - स्वन्त्रता सेनानी की ज्योती को प्रज्ज्वलित करने वाले राष्ट्रभक्तों पत्र करीता की साधना में रक्त साहित्य गद्यशैली करों में प्रभाकर जी विशिष्ट रचना के अधिकारी हैं। अपनी सामर्थ्य लेखनी के माद्यम से इन्होंने राष्ट्रीय जीवन की मार्मिक झांकी प्रस्तुत की है। हिंदी में लघु कथा संस्मरण रेखाचित्र और रिपोर्ताज आदि अनेक विधाओं के विकाश में इनका विशेष योग दान रहा है। एक आदर्शवादी पत्रकार के रूप में इन्होंने पत्रकारिता को अपनी सवार्थ सिद्धि को बनाने के स्थान पर उच्च मानवीय मूल्यों के लिए विकास का साधन बनाया। कन्हैया लाल मिस्र प्रभाकर परिचय प्रभाकर जी का जन्म सन 1906 ई0 में देवबंद(सहारनपुर) के एक साधा...